Compositor: Vishal Mishra
धूप जैसे लगी तेरे बालों म
हाँ तेरे सोने गालों म
तो नैना रुक गए, नैना रुक गए
ठंडी ठंडी नदियाँ मीठे तालों म
ये ठंडे से पहाड़ों म
तो नैना रुक गए, नैना रुक गए
तेरे बाजों नहियो जीन
नहियो जीना तेरे बाज
वादियाँ ये कह रही ह
नहियो रहना तेरे बाज
जिसको ढूंढा इतने बीते सालों म
हाँ मिलते ही पहाड़ों म
तो नैना रुक गए, नैना रुक गए
होश में हम थे पर गंवा बैठ
देखके नज़ारे भी खोए हैं खुमार म
वादियाँ इशारे कर रही हो जैस
कह रही है हमसे के डूब लीजिए प्यार म
रुत ऐसी आये है सालों महीनों म
चुप है जहाँ और दिल ये कह
तेरे बाजों नहियो जीन
नहियो जीना तेरे बाज
धड़कनें ये कह रही ह
नहियो रहना तेरे बाज
देखते ही तुमको इन उजालों म
ये सर्दी वाली शालों म
तो नैना रुक गए, नैना रुक गए
धूप जैसे लगी तेरे बालों म
हाँ तेरे सोने गालों म
तो नैना रुक गए, नैना रुक गए