Compositor: Vishal Mishra / Dino James
दिल भर जाता ह
सोचूं जब भी बातें तेरी जान
वो देखते रहना चेहरा तेर
आँखों में खो जान
क्या पागलपन था सोचन
वो ना जाएग
आदत हूँ मैं ना मुझ
भूल पाएग
सजना दूर आ गए
कितने दूर आ गए
चलते थे साथ म
अब तू मेरे साथ नह
डेली तू जीतती थ
पर बेटा आज नह
खोने का डर था तभ
सब मैं सह रहा थ
बोलना था काफ
करने देती बात नह
हम हल्के थे तभ
ये रिश्ता लगने लगा हैव
मैं तो तड़पूंगा पर
तेरे को नहीं पता चलेगा कभ
मेरी आदत है त
जाते जाते जाएगी ये हैबिट
ऐसे माइंड गेम्स के लिए
जेम्स नहीं था कभी रेड
जब करे बातें शुर
तेरी बातें फ़िज़ूल
पर साथ है गुरूर हल्क
थे सारे आधे कसूर
पर तेरी बातें है रूड
तेरे सांचे में हूँ पल्ट
ये साला खोने का डर
खुद ही खोदे कबर
मेरा लो फेज चले दिन रात
ये छोटे मोटे हर्डल
आज होंगे ना कल
तू मुझे खोज
पर मैं ना मिलत
सजना दूर आ गए
कितने दूर आ गए
हम बिखरी है बिखरी ह
बिखरी हुई है हर बात
यहाँ पे बस
दिख रही है दिख रही ह
दिख रही है तू ही दिन रात
तुझे ना पहचाना क्य
ना सच तेरा जाना क्य
ग़लतफ़हमी थी तू मेर
था मैं अंजाना क्य
बोलो ऐसे तोड़ा क्यूँ मुझ
कब बताएग
आदत हूँ म
ना मुझे भूल पाएग
सजना दूर आ गए
खोने को कुछ यादें ह
पाने को है जह
भले तू मेरे आगे ह
देख पीछे नहीं मैं जान
तेरे लिए मैं बदला क्य
पता ही न चल
मन कहे साला बदला ल
जा छोड़ा तुझे ज
सजना दूर कितने दूर आ गए
कितने दूर आ गए
कितने दूर आ गए
सजना दूर कितने दूर आ गए
कितने दूर आ गए
कितने दूर आ गए